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ड्रग्‍स के काले कारोबार में संलिप्‍त हिसार का कारोबारी गिरफ्तार

आपूर्तिकर्ता स्कूटी से ड्रग्स की कर रहे थे तस्करी, गुप्त सूचना पर पुलिस ने दबोचा, आरोपितों के पास से 1.17 करोड़ रुपये नकद किए गए बरामद,  मुख्य आरोपित हिसार स्थित हर्बल कंपनी का सीईओ है और इंडियन अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित है,  पुलिस ने हिसार स्थित फैक्ट्री को किया सील, जहां बन रहा था अल्प्राजोलम पाउडर

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Drugs Case

एनसीआर में अल्प्राजोलम नामक साइकोट्रोपिक पदार्थ (नींद की दवाई बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला पदार्थ) के निर्माण और आपूर्ति के आरोप में हर्बल हेल्थकेयर कंपनी के सीईओ डा. नवीन अग्रवाल व ड्रग कार्टेल से जुड़े पांच अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 

यह दवा हरियाणा के हिसार में बायोकेस फूड्स एंड एक्सट्रैक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की एक इकाई में बनाई गई थी। जिसके मालिक डा. नवीन अग्रवाल ही हैं। पुलिस ने बताया कि उन्हें इंडियन अचीवर्स अवार्ड मिल चुका है और पिछले साल उन्हें सीईओ आफ द ईयर का पुरस्कार भी दिया गया था। 

पुलिस ने हिसार स्थित फैक्ट्री को सील कर आगे की जांच शुरू कर दी है। दिल्ली में ड्रग्स की आपूर्ति के दौरान एक आरोपित को जब गिरफ्तार किया गया, तब इस कार्टेल का राजफाश हुआ और जांच के दौरान एक के बाद एक आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।

 क्राइम ब्रांच के उपायुक्त अमित गोयल ने बयान जारी कर बताया कि 23 सितंबर को पुलिस को सूचना मिली थी अल्प्राजोलम पाउडर की तस्करी में लिप्त राजेंद्र प्रसाद मिश्रा उर्फ आरपी अपने एक सहयोगी से भारी मात्रा में अल्प्राजोलम पाउडर की खेप लेने के लिए बृजपुरी स्थित अग्रवाल स्वीट्स के पास आएगा। 

सूचना पर इंस्पेक्टर प्रवीण राठी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई और सूचना वाले स्थान के आसपास नजर रखने के लिए टीम को तैनात किया गया। मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस ने स्कूटी सवार सभापुर के राजेंद्र प्रसाद मिश्रा उर्फ आरपी को पकड़ लिया। 

उसके पास से स्कूटी पर रखा नीले रंग का प्लास्टिक का कट्टा बरामद किया गया, जिसकी जांच करने पर उसमें कुल 18 किलोग्राम अल्प्राजोलम पाउडर बरामद हुआ। पुलिस का दावा है कि इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 4.20 करोड़ रुपये है।

 साथ ही इसके पास से 1.17 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए। पुलिस टीम ने आरोपित को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी एकत्रित की।

पूछताछ में आरोपित राजेंद्र प्रसाद मिश्रा उर्फ आरपी ने बताया कि वह ड्रग कार्टेल में एक वाहक के रूप में काम करता है। उसने बताया कि उसने अल्प्राजोलम पाउडर बृजपुरी के राम आशीष मौर्य से खरीदा था और उसे करावल नगर के आनंद कुमार उर्फ सोनू को देना था।

गुप्त सूचना पर आरोपित राम आशीष मौर्य, आनंद कुमार उर्फ सोनू, दीपक कुमार और मुकेश कुमार को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपित दीपक कुमार ने बताया कि अल्प्राजोलम पाउडर डा. नवीन अग्रवाल की बायोकेस फूड्स एंड एक्सट्रैक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी की एक निर्माण इकाई में बनाया गया था।

 जिसके आधार पर डा. नवीन अग्रवाल को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया। एफएसएल टीम की मदद से फैक्ट्री से अल्प्राजोलम पाउडर के निशान भी पाए गए हैं और उन्हें जांच के लिए भेजा गया है।

ऐसे चल रहा था कार्टेल

डा. नवीन अग्रवाल हरियाणा के हिसार में न्यूट्रिली प्राइवेट लिमिटेड और बायोकेस फूड्स एंड एक्सट्रैक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की दो कंपनियों के मालिक हैं। बरामद साइकोट्रोपिक पदार्थ बायोकेस फूड्स एंड एक्सट्रैक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड में आरोपिक दीपक के साथ मिलकर बनाया जा रहा था। 

बागपत का दीपक कुमार रासायनिक सूत्रों का अच्छा ज्ञान रखता था। वर्ष 2021 में वह डा. नवीन अग्रवाल के संपर्क में आया और उन्होंने बायोकेस फूड्स एंड एक्सट्रैक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड में अल्प्राजोलम पाउडर का निर्माण शुरू किया। 

आनंद कुमार उर्फ सोनू साक्षी एंटरप्राइजेज लिमिटेड नाम की एक दवा कंपनी का मालिक है। वह सह-आरोपी राजेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ आर.पी., मुकेश और राम आशीष मौर्य से ड्रग्स की आपूर्ति कराता था। 

राजेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ आर.पी., मुकेश कुमार और राम आशीष मौर्य प्रत्येक डिलीवरी के लिए कमीशन के आधार पर दिल्ली में अल्प्राजोलम पाउडर की आपूर्ति करते थे।